ज्योतिष में शनि

फ़लित ज्योतिष के शास्त्रो में शनि को अनेक नामों से सम्बोधित किया गया है,जैसे मन्दगामी,सूर्य-पुत्र और शनिश्चर आदि.शनि के नक्षत्र हैं,पुष्य,अनुराधा,और उत्तराभाद्रपद.यह दो राशियों मकर,और कुम्भ का स्वामी है.तुला राशि में २० अंश पर शनि परमोच्च है ,और मेष राशि के २० अंश प परमनीच है.नीलम शनि का रत्न है.शनि की तीसरी,सातवीं,और दसवीं द्रिष्टि मानी जाती है.शनि [सूर्य]],चन्द्र,मंगल का शत्रु,बुध,शुक्र को मित्र तथा गुरु को सम मानता है.शारीरिक रोगों में शनि को वायु विकार,कंप,हड्डियों और दंत रोगों का कारक माना जाता है.